UAE: यूएई अथॉरिटीज ने स्मार्टफोन यूजर्स को Private Media Files जैसे फोटो, वीडियो, और डॉक्यूमेंट्स को फोन में स्टोर करने को लेकर सावधान किया है। ऐसा करने से डेटा चोरी, फ्रॉड, और साइबर हमलों का खतरा बढ़ सकता है।
क्या है खतरा?
- डेटा चोरी:
- हैकर्स स्मार्टफोन से पर्सनल फाइल्स चुराकर ब्लैकमेल कर सकते हैं।
- प्राइवेट जानकारी का दुरुपयोग:
- पर्सनल डेटा का इस्तेमाल फ्रॉड एक्टिविटीज में किया जा सकता है।
- फाइन और जेल की सजा:
- UAE में प्राइवेट मीडिया के गलत इस्तेमाल पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है, जिसमें भारी जुर्माना और जेल की सजा शामिल है।
- साइबर अटैक:
- स्मार्टफोन में मालवेयर और वायरस आने का खतरा बढ़ जाता है।
कैसे रहें सुरक्षित?
- प्राइवेट फाइल्स क्लाउड में रखें:
- जरूरी डेटा को क्लाउड स्टोरेज में रखें और सिक्योरिटी सेटिंग्स ऑन रखें।
- फोन को लॉक रखें:
- फिंगरप्रिंट, फेस लॉक या पिन लॉक का इस्तेमाल करें।
- अनजान ऐप्स से बचें:
- केवल विश्वसनीय ऐप्स डाउनलोड करें और अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- डेटा बैकअप लें:
- नियमित रूप से डेटा बैकअप लेकर अपने फोन को अपडेट रखें।
- एंटीवायरस इंस्टॉल करें:
- मोबाइल सिक्योरिटी ऐप्स और एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें।
अधिकारियों की सलाह
- संवेदनशील डेटा फोन में स्टोर करने से बचें।
- किसी भी संदिग्ध साइबर एक्टिविटी की रिपोर्ट साइबर क्राइम डिपार्टमेंट को दें।
- कानूनी जानकारी के लिए यूएई के साइबर लॉ की वेबसाइट पर विजिट करें।
UAE Authorities ने स्मार्टफोन यूजर्स को अपने पर्सनल डेटा को सुरक्षित रखने की सख्त सलाह दी है। डेटा प्रोटेक्शन के इन साधारण उपायोंको अपनाकर आप ऑनलाइन धोखाधड़ी और साइबर हमलों से बच सकते हैं।